
निष्पक्ष मतगणना के लिए प्रशासन कटिबद्ध ,प्रेक्षक को छोड़ गणना स्थल पर खुद डीएम सहित कोई भी नहीं ले जा सकेगा मोबाइल

आजमगढ़ |सियासी संग्राम 2019 की मतगणना गुरूवार को होनी है | आजमगढ़ का जिला प्रशासन आयोग के निर्देश का पालन कराने के लिए कटिबद्ध है इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होने का दावा आजमगढ़ के जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने किया है |उन्होंने बताया कि पूरी मतगणना प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होगी। उन्होंने कहा की 17वीं लोकसभा के चुनाव में पड़े मतों की गिनती 23 मई को सुबह आठ बजे प्रारंभ होगी। इस बार के चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मतगणना कक्ष में चुनाव प्रेक्षक के अलावा सिर्फ सर्विस वोटरों की गणना करने वाले पांच कर्मियों को ही मोबाइल ले जाने की अनुमति है। यहां तक कि जिलाधिकारी (आरओ )शिवाकांत द्विवेदी व एआरओ भी आयोग के निर्देश के मुताविक गणना कक्ष के अंदर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे ।
जिला निर्वाचन अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि मतगणना से संबंधित किसी अधिकारी व कर्मचारी, प्रत्याशी, चुनाव एजेंट, गणना अभिकर्ता सहित कोई भी व्यक्ति मतगणना कक्ष के बाहर बैरिकेडिग तक मोबाइल नहीं ले सकता है। उन्होंने बताया कि पूरी मतगणना प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होगी। स्ट्रांग रूम से लेकर मतगणना टेबल तक ईवीएम व वीवी पैट ले जाने और ले आने की प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे की नजर से गुजरेगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वैसे तो पूरे जिले में धारा 144 प्रभावी है लेकिन मतगणना के दिन गणना स्थल से एक किलोमीटर की परिधि में विशेष रूप से प्रभावी रहेगी। एक जगह भीड़ एकत्र होने और विजय जुलूस निकालना प्यूरी तरह प्रतिबंधित होगा । आयोग के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।