
आॅसू की व्याख्यात्मक आलोचना व देहरी के आर-पार का हुआ विमोचन
रिर्पोट- विनोद सिंह सोनू
आजमगढ़ | जिला एकीकरण समिति के अध्यक्ष मीरा यादव तथा जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में कवि, शायर एवं साहित्यकार स्व0 विश्वनाथ लाल “शैदा“ जी के स्मृति में जयन्ती समारोह एवं विचार गोष्ठी का आयोजन विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिला एकीकरण समिति के अध्यक्ष मीरा यादव ,जिलाधिकारी, विधायक आलमबदी, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष हवलदार यादव द्वारा स्व0 विश्वनाथ लाल “शैदा“ जी के चित्र पर माल्यापर्ण तथा पुष्पांजलि आर्पित किया गया।
इस अवसर पर स्व0 विश्वनाथ लाल “शैदा“ जी के प्रमुख रचना-आॅसू की व्याख्यात्मक आलोचना तथा डा0 प्रशान्त श्रीवास्तव की कहानी संग्रह-देहरी के आर-पार का मीरा यादव ,जिलाधिकारी, विधायक आलमबदी, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष हवलदार यादव द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर राहुल सांकृत्यायन एकेडमी के छात्राओं द्वारा “बिगुल बज रहा है, बिगुल बज चुका है“ प्रयण गीत प्रस्तुत किया गया, जो बहुत ही मनमोहक रहा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पशुता एवं मानवता में अन्तर सहित्य ही पैदा करता है। उन्होने कहा कि जो समाज अपने सहित्यकारो को याद नही करता है, वह समाज जीवित नही रहता हैं। साहित्य, कला एवं संस्कृति जिस समाज में होगा, वही समाज विकास कर सकता है। उन्होने कहा कि आज के समय में शौर्य के साथ संवेदना जरूरी है। उन्होने कहा कि युवाओ को संवेदना से सशक्त बनाना है। आज के युवा पीढ़ी थोड़े सी समस्या आने पर विचलित होते है, उन्हे आज अपने साहित्य, कला एवं संस्कृति को जानने की जरूरत है।
इस अवसर पर उपस्थित सम्भ्रान्त व्यक्तियों तथा अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किए गये। इस अवसर पर परियोजना निदेशक अभिमन्यु सिंह, डीडीओ रवि शंकर राय, जिला एकीकरण समिति के सदस्यगण सहित सम्बन्धित अधिकारी/ कर्मचारीगण उपस्थित रहे।